㇐㇣㇐
जब आंखें तुझसे चार हुई,
मेरे मन को ख़ुशी अपार हुई.
चहक उठा अलसाया दिल,
धड़कने आर की पार हुई.
मोर पपीहा बुलबुल बोली,
और सावन की बौछार हुई.
पहली नज़र में दीवाना हुआ,
फिर दुनिया गुलज़ार हुई.
प्रेम की ग़ज़लें कहने लगी,
कलम बड़ी कलाकार हुई.
दिल के दरवाजे पर सनम,
तेरी यादें बंदनवार हुई.
सुन्दर तस्वीरें तेरी बनाए,
ये अंखियां भी फ़नकार हुई.
और...
तेरे इश्क़ का असर ये हुआ,
टूटे तारों में झनकार हुई.
और...
तेरे इश्क़ का असर ये हुआ,
टूटे तारों में झनकार हुई.
㇐㇣㇐
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*Image Source: Pexels
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