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Hindi Love Poem: एक मासूम का दिल लेकर बैठा हूँ...

Hindi Poem: रिश्ते बड़े नाज़ुक और कच्चे मिले...

Hindi Poem: दिल मेरा खो जाना चाहता है...

For My Love | ये लो मेरा दिल रख लो...

Hindi Poem: गरम मेरे शहर की हवा कुछ नहीं...

Hindi Love Poem: मेरे दिल की पटरी...

Hindi Poem by Rajendra Nehra: Sham Ke Dhalne Ka Intezar Kar Lete Hain | शाम के ढलने का इंतजार कर लेते हैं...

Hindi Poem: दिल पर छाए तेरी यादों के बादल...

Hindi Poem: अजीब है बातों के बाजार निकले...

Hindi Poem: समन्दर को चाहे खामोश रहने दो...

Hindi Poem on Nature: सारी कुदरत का नशेमन है शज़र...

Hindi Poem: सबसे सुरक्षित तो अब अपना ही घर लगता है...

Hindi poem: स्याह जब सहरे-शहर लगेगी...

Hindi Poem: Arse Bad Wo Khwab Me Aaya | अरसे बाद वो ख्वाब में आया...